जो लोग सुबह देर से उठते है वह दिनभर के हर कार्य में पीछे रहते हैं। जी हां, यह बात बिल्कुल सच है क्योंकि हम आज आपको कुछ ऐसे फैक्ट्स बताएंगे जिन्हें पढ कर आप खुद ही इस बात को मान बैठेगे। जानने के लिये पढे आगे-
1. व्यायाम का समय-
सुबह उठने पर एक्सरसाइज के लिये अच्छे से समय मिल पाता है वरना दिनभर के काम-काज में सारा दिन निकल जाता है। इस समय आप आराम से जौगिंग करने जा सकते हैं, शांत मन से योगा या फिर जिम जाने का समय मिलता है।
2. मेडिटेट –
दिनभर के काम से जूझना हो तो सुबह उठ कर 15 मिनट मेडिटेट करें। इसको करने के लिये सुबह-सुबह का समय सबसे सुलभ रहेगा। मेडिटेट करने से शरीर में ऊर्जा आती है और सोंचने समझने की शक्ति बढती है।
3. सुबह का आनंद लें-
सुबह उठने का आनंद केवल उन्हीं को पता चलता है जो इस समय उठते हैं। इस समय चिडियों की चहचहाट सुनने की मिलती है और खाडियों के बेवजह हार्न और आवाजों से थोड़ी देर के लिये मुक्ति मिलती है।
4. काम करने की छमता बढती है-
टेक्सास यूनिवर्सिटी के एक शोध में पता चला था कि सुबह उठने से हमारी काम करने की क्षमता बढती है और हम सबसे आगे रहते हैं। इसलिये जो बच्चे सुबह उठ कर पढाई करते हैं वह क्लास में अच्छे नंबरों से पास होते हैं।
5. ब्रेकफास्ट खाना-
सुबह का नाश्ता हमारे दिनभर के कामों से सबसे अहम काम होता है। कई लोग देर से उठने के चक्कर में सुबह का नाश्ता करना भूल जाते हैं। इसलिये अगर आप जल्दी उठेगे तो नाश्ता अच्छे से कर पाएंगे।
6. तनाव कम होता है-
सुबह उठने से इस बात का तनाव कम होता है कि अब आपको ऑफिस या कॉलेज जाने के लिये देर नहीं होगी। इससे ना तो नाश्ता करने का समय जाता है और ना ही सुबह का पेपर पढने के लिये जल्दबाजी होती है।
7. मूड रहता है तरोताजा- जो लोग रोज सुबह उठते हैं उनका मूड बहुत खुशनुमा रहता है। बाकी जो लोग लेट उठते हैं, वह अनिद्रा के शिकार तथा उदास रहते हैं। उन्हें जिन्दगी में सब कुछ नकारात्मक लगता है।
8. अच्छा स्वास्थ्य रहता है- जिस इंसान का डेली रुटीन सही रहेगा, जाहिर सी बात है कि उसकी सेहत भी अच्छी बनी रहेगी। सुबह उठने से आप सेहत पर अच्छी तरह से ध्यान दे सकते हैं, वरना जल्दी जल्दी में हर काम गडबड हो जाता है।
हमारे ऋषि मुनियों ने इस सुबह के समय (ब्रह्म – मुहूर्त) का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से यह पांच चीजें सहज पाप्त होती हैं -
सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य
ह्म मुहूर्त का विशेष महत्व बताने के पीछे हमारे विद्वानों की वैज्ञानिक सोच निहित थी। वैज्ञानिक शोधों से ज्ञात हुआ है कि ब्रह्म मुहुर्त में वायु मंडल प्रदूषण रहित होता है। इसी समय वायु मंडल में ऑक्सीजन (प्राण वायु) की मात्रा सबसे अधिक (41 प्रतिशत) होती है, जो फेफड़ों की शुद्धि के लिए महत्वपूर्ण होती है। शुद्ध वायु मिलने से मन, मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है।
आयुर्वेद के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठकर टहलने से शरीर में संजीवनी शक्ति का संचार होता है। यही कारण है कि इस समय बहने वाली वायु को अमृततुल्य कहा गया है। इसके अलावा यह समय अध्ययन के लिए भी सर्वोत्तम बताया गया है क्योंकि रात को आराम करने के बाद सुबह जब हम उठते हैं तो शरीर तथा मस्तिष्क में भी स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है। प्रमुख मंदिरों के पट भी ब्रह्म मुहूर्त में खोल दिए जाते हैं तथा भगवान का श्रृंगार व पूजन भी ब्रह्म मुहूर्त में किए जाने का विधान है।
* जल्दी उठने में सौंदर्य, बल, विद्या और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। यह समय ग्रंथ रचना के लिए उत्तम माना गया है।
* वैज्ञानिक शोधों से ज्ञात हुआ है कि ब्रह्म मुहुर्त में वायुमंडल प्रदूषणरहित होता है। इसी समय वायुमंडल में ऑक्सीजन (प्राणवायु) की मात्रा सबसे अधिक (41 प्रतिशत) होती है, जो फेफड़ों की शुद्धि के लिए महत्वपूर्ण होती है। शुद्ध वायु मिलने से मन, मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है। ऐसे समय में शहर की सफाई निषेध है।
* आयुर्वेद के अनुसार इस समय बहने वाली वायु को अमृततुल्य कहा गया है। ब्रह्म मुहूर्त में उठकर टहलने से शरीर में संजीवनी शक्ति का संचार होता है।
* यह समय अध्ययन के लिए भी सर्वोत्तम बताया गया है, क्योंकि रात को आराम करने के बाद सुबह जब हम उठते हैं तो शरीर तथा मस्तिष्क में भी स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है। सुबह ऑक्सिजन का लेवल भी ज्यादा होता है तो मस्तिष्क को अतिरिक्त ऊर्जा प्रदान करता है जिसके चलते अध्ययन बातें स्मृति कोष में आसानी से चली जाती हैl प्रगतिपथिक pragatipathik.org
1. व्यायाम का समय-
सुबह उठने पर एक्सरसाइज के लिये अच्छे से समय मिल पाता है वरना दिनभर के काम-काज में सारा दिन निकल जाता है। इस समय आप आराम से जौगिंग करने जा सकते हैं, शांत मन से योगा या फिर जिम जाने का समय मिलता है।
2. मेडिटेट –
दिनभर के काम से जूझना हो तो सुबह उठ कर 15 मिनट मेडिटेट करें। इसको करने के लिये सुबह-सुबह का समय सबसे सुलभ रहेगा। मेडिटेट करने से शरीर में ऊर्जा आती है और सोंचने समझने की शक्ति बढती है।
3. सुबह का आनंद लें-
सुबह उठने का आनंद केवल उन्हीं को पता चलता है जो इस समय उठते हैं। इस समय चिडियों की चहचहाट सुनने की मिलती है और खाडियों के बेवजह हार्न और आवाजों से थोड़ी देर के लिये मुक्ति मिलती है।
4. काम करने की छमता बढती है-
टेक्सास यूनिवर्सिटी के एक शोध में पता चला था कि सुबह उठने से हमारी काम करने की क्षमता बढती है और हम सबसे आगे रहते हैं। इसलिये जो बच्चे सुबह उठ कर पढाई करते हैं वह क्लास में अच्छे नंबरों से पास होते हैं।
5. ब्रेकफास्ट खाना-
सुबह का नाश्ता हमारे दिनभर के कामों से सबसे अहम काम होता है। कई लोग देर से उठने के चक्कर में सुबह का नाश्ता करना भूल जाते हैं। इसलिये अगर आप जल्दी उठेगे तो नाश्ता अच्छे से कर पाएंगे।
6. तनाव कम होता है-
सुबह उठने से इस बात का तनाव कम होता है कि अब आपको ऑफिस या कॉलेज जाने के लिये देर नहीं होगी। इससे ना तो नाश्ता करने का समय जाता है और ना ही सुबह का पेपर पढने के लिये जल्दबाजी होती है।
7. मूड रहता है तरोताजा- जो लोग रोज सुबह उठते हैं उनका मूड बहुत खुशनुमा रहता है। बाकी जो लोग लेट उठते हैं, वह अनिद्रा के शिकार तथा उदास रहते हैं। उन्हें जिन्दगी में सब कुछ नकारात्मक लगता है।
8. अच्छा स्वास्थ्य रहता है- जिस इंसान का डेली रुटीन सही रहेगा, जाहिर सी बात है कि उसकी सेहत भी अच्छी बनी रहेगी। सुबह उठने से आप सेहत पर अच्छी तरह से ध्यान दे सकते हैं, वरना जल्दी जल्दी में हर काम गडबड हो जाता है।
हमारे ऋषि मुनियों ने इस सुबह के समय (ब्रह्म – मुहूर्त) का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से यह पांच चीजें सहज पाप्त होती हैं -
सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य
ह्म मुहूर्त का विशेष महत्व बताने के पीछे हमारे विद्वानों की वैज्ञानिक सोच निहित थी। वैज्ञानिक शोधों से ज्ञात हुआ है कि ब्रह्म मुहुर्त में वायु मंडल प्रदूषण रहित होता है। इसी समय वायु मंडल में ऑक्सीजन (प्राण वायु) की मात्रा सबसे अधिक (41 प्रतिशत) होती है, जो फेफड़ों की शुद्धि के लिए महत्वपूर्ण होती है। शुद्ध वायु मिलने से मन, मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है।
आयुर्वेद के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठकर टहलने से शरीर में संजीवनी शक्ति का संचार होता है। यही कारण है कि इस समय बहने वाली वायु को अमृततुल्य कहा गया है। इसके अलावा यह समय अध्ययन के लिए भी सर्वोत्तम बताया गया है क्योंकि रात को आराम करने के बाद सुबह जब हम उठते हैं तो शरीर तथा मस्तिष्क में भी स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है। प्रमुख मंदिरों के पट भी ब्रह्म मुहूर्त में खोल दिए जाते हैं तथा भगवान का श्रृंगार व पूजन भी ब्रह्म मुहूर्त में किए जाने का विधान है।
* जल्दी उठने में सौंदर्य, बल, विद्या और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। यह समय ग्रंथ रचना के लिए उत्तम माना गया है।
* वैज्ञानिक शोधों से ज्ञात हुआ है कि ब्रह्म मुहुर्त में वायुमंडल प्रदूषणरहित होता है। इसी समय वायुमंडल में ऑक्सीजन (प्राणवायु) की मात्रा सबसे अधिक (41 प्रतिशत) होती है, जो फेफड़ों की शुद्धि के लिए महत्वपूर्ण होती है। शुद्ध वायु मिलने से मन, मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है। ऐसे समय में शहर की सफाई निषेध है।
* आयुर्वेद के अनुसार इस समय बहने वाली वायु को अमृततुल्य कहा गया है। ब्रह्म मुहूर्त में उठकर टहलने से शरीर में संजीवनी शक्ति का संचार होता है।
* यह समय अध्ययन के लिए भी सर्वोत्तम बताया गया है, क्योंकि रात को आराम करने के बाद सुबह जब हम उठते हैं तो शरीर तथा मस्तिष्क में भी स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है। सुबह ऑक्सिजन का लेवल भी ज्यादा होता है तो मस्तिष्क को अतिरिक्त ऊर्जा प्रदान करता है जिसके चलते अध्ययन बातें स्मृति कोष में आसानी से चली जाती हैl प्रगतिपथिक pragatipathik.org