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PRAGATI PATHIK SOCIETY

Good Morning Message

3/11/2015

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।।ॐ।।
सुप्रभातम भारतम्
��‪#‎आज‬ का पंचांग

तिथि........................षष्टी
वार..........................गुरुवार

कलियुगाब्द...............५११६
विक्रम संवत्..............२०७१
ऋतु.......................शिशिर
मास(अमवस्यान्त)......फाल्गुन
मास(पूर्णिमांत)...........चैत्र
पक्ष........................कृष्ण
नक्षत्र......................अनुराधा
योग........................हर्षाना
करण
.......................अनुराधा
सूर्य राशि ...................कुम्भ
चन्द्र राशि ..................हर्षण
राहुकाल ...............13:59 - 15:27
अभिजीतमुहूर्त ......12:07 - 12:58
सूर्योदय ................06:38
सूर्यास्त ................18:23

१२ मार्च सन २०१५ ईस्वी।

��*आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो।


��#आज का विचार-
अच्छे कर्म स्वयं को शक्ति देते हैं और दूसरों को अच्छे कर्म करने की प्रेरणा देते हैं।
       ��आचार्य श्री मनीश ��


�� #आरोग्यं--
"पान के औषधीय गुण"
संस्कृति ही नहीं सेहत के लिए भी शुभ

भारतीय संस्कृति में पान को हर तरह से शुभ माना जाता है। धर्म, संस्कार, आध्यात्मिक एवं तांत्रिक क्रियाओं में भी पान का इस्तेमाल सदियों से किया जाता रहा है।

इसके अलावा पान का रोगों को दूर भगाने में भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। खाना खाने के बाद और मुंह का जायका बनाए रखने के लिए पान बहुत ही कारगर है। कई बीमारियों के उपचार में पान का इस्तेमाल लाभप्रद माना जाता है।

पान में दस ग्राम कपूर को लेकर दिन में तीन -चार बार चबाने से पायरिया की शिकायत दूर हो जाती है। इसके इस्तेमाल में एक सावधानी रखना जरूरी होती है कि पान की पीक पेट में न जाने पाए।


�� #योग--
"पश्चिमोत्तानासन"

इस आसन से शरीर का पाचनतंत्र मजबूत होता है, पेट ठीक रहता है और शरीर में रक्त का संचार तेजी से होता है जिससे व्यक्ति को डायबिटीज से लडऩे में आसानी होती है। इसे करने के लिए पैर सीधे फैलाकर बैठ जाएं। फिर दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और सांस भरते हुए पैरों के तलवे को पकडऩे की कोशश करें। घुटने से माथा सटना चाहिए। फिर सांस छोड़ते हुए हाथ ऊपर करके सामान्य हो जाएं। इस आसन को दो से तीन बार दोहराएं।


❓#आज का प्रश्न-
"वंश की कथा"

       दिलीप और उनकी पत्नी सुदक्षिणा के ऋषि वशिष्ठ के आश्रम में प्रवेश से प्रारम्भ होती है। राजा दिलीप धनवान, गुणवान, बुद्धिमान और बलवान है, साथ ही धर्म परायण भी। वे हर प्रकार से सम्पन्न हैं परंतु कमी है तो संतान की। संतान प्राप्ति का आशीर्वाद पाने के लिए दिलीप को गोमाता नंदिनी की सेवा करने के लिए कहा जाता है। रोज की तरह नंदिनी जंगल में विचर रही है और दिलीप भी उसकी रखवाली के लिए साथ चलते हैं। इतने में एक सिंह नंदिनी को अपना भोजन बनाना चाहता है। दिलीप अपने आप को अर्पित कर सिंह से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें वह अपना आहार बनाये। सिंह प्रार्थना स्वीकार कर लेता है और उन्हें मारने के लिए झपटता है। इस छलांग के साथ ही सिंह ओझल हो जाता है। तब नन्दिनी बताती है कि उसी ने दिलीप की परीक्षा लेने के लिए यह मायाजाल रचा था। नंदिनी दिलीप की सेवा से प्रसन्न होकर पुत्र प्राप्ति का आशीर्वाद देती है। राजा दिलीप और सुदक्षिणा नंदिनी का दूध ग्रहण करते हैं और उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है। इस गुणवान पुत्र का नाम ________ रखा जाता है जिसके पराक्रम के कारण ही इस वंश को _________वंश के नाम से जाना जाता है।

"_________कुल रीत सदा चली आई
प्राण जये पर वचन न जाई" नाम बताएं ?

कल का उत्तर -
"चक्रवती सम्राट भरत"
जिनके नाम से देश का नाम भारत पड़ा।


☀।। वंदे मातरम्।।
।।भारत माता की जय।।☀
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