एक लंबे समय तक भारत सुख, समृद्धि, शान्ति का सम्राट रहा है। सभी क्षेत्रो में विश्व में न.1 पर रहा है। भारत की समृद्धि से प्रभावित हो कर विश्व के अलग अलग भागो से आकर लोगो ने भारत पर साम्राज्यवादी, साम्प्रदायिक, सांस्कृतिक व् आर्थिक आक्रमण किये। जिसके कारण पिछले 1000 वर्षो से भारत का पतन हुआ और भारत स्वयं को भूल सा गया। स्वाभिमान शून्य हो गया।
भारत फिर सुख, शान्ति, समृद्धि की ऊंचाइयों को छुए और विश्व में सभी क्षेत्रो में क्रमांक 1 पर हो, इसके लिए आवश्यक है कि भारत का प्रत्येक नागरिक अपने द्वारा किये गए कार्य में सफलता की अधिकतम ऊंचाई को छुए।
इसी उद्देश् को ले कर प्रगति पथिक का जन्म हुआ है। प्रगति पथिक के बैनर पर हम अनेक प्रकार के सामजिक, सांस्कृतिक कार्यकृम करते हैं व् जागरूकता अभियान चलाते हैं जिससे युवा वर्ग संस्कारित हो व् समाज सशक्त बने।
हम तीन दिन की व् एक दिन की विशेष कार्यशाला आयोजित करते हैं। जिसको हमने नाम दिया है "सफलता की राहें"(Ways to Success or Going Beyond limits"। जिसके द्वारा हम सफलता के विषय में भृम को दूर करते हैं।
हम बताते हैं कि सफलता में स्वास्थ्य का कितना महत्व है। हम सिखाते है कि सफलता कोई मंज़िल नही बल्कि निरंतर चलने वाली एक यात्रा है। हम युवाओ का स्वाभिमान जागते हैं। उनके अवचेतन मन में भरे हुए संकीर्ण भाव, नकारात्मक सोच को बाहर निकालकर बड़ी सोच, सकारात्मक विचार, प्रेरणा, स्वाभिमान, अनुशासन, अछा व्यवहार व् चरित्र आदि गुणों को स्थापित करते हैं।
हम उनके जीवन को सही दिशा में मोड़ते हैं। उनके सपनो को उनका उद्देश् बनाने कि प्रेरणा देतें हैं और उद्देश् की पूर्ति के लिए SMART Goals बनवाते हैं। सफलता प्राप्ति तक की पूरी योजना बनवाते हैं।
हम बताते हैं कि तैयारी कैसी हो, समय का प्रबंधन कैसा हो, धैर्य के साथ निरंतर अभ्यास कैसे करना, हम बताते हैं की किस्मत कैसे बनाई जाती है क्योंकि तुक्के से सफलता सबको नहीं मिलती। हम सफल होने का आसान रास्ता बताते हैं।
किस्मत बनाने के लिए विचार कैसे हों, आदत कैसी हो, कर्म कैसे हो, चरित्र कैसा हो और अवसर का लाभ कैसे उठाएं।
हम मानते हैं कि प्रत्येक भारतीय कि किस्मत चमकेगी तभी भारत कि किस्मत चमकेगी। भारत की प्रतिष्ठा होगी। तभी भारत विश्वगुरु बनेगा। तभी भारतमाता की जय जयकार होगी और इस पावन पवित्र कार्य के लिए आपसे हम सहयोग की भावना रखते हैं।